प्रजातिया |
उत्पत्ति स्थान |
संस्तुति क्षेत्र |
विकास का वर्ष |
विशेष गुण |
वामबन 2 (एम. एल) |
राष्ट्रीय दलहन अनुसंधान संस्थान, वम्बन |
तमिलनाडु |
2000 |
अर्द्ध फैलावयुक्त, मध्यम अवधि में परिपक्व |
एकेटी 8811(ई) |
पंजाब राव देशमुख कृषि विश्व विद्यालय, अकोला |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2000 |
अर्द्ध फैलावयुक्त, शीघ्र परिपक्वताऔर उकठा व फली बेधक के प्रति प्रतिरोधी |
लक्ष्मी (ई) (आईसीपी एल) |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, लाम |
आंध्र प्रदेश |
2000 |
अर्द्ध फैलावयुक्त, शीघ्र परिपक्वता, रबी ऋतु में बुआई के लिए उपयुक्त |
टी एस (एम एल) |
कृषि अनुसंधान केंद्र, गुलबर्गा |
कर्नाटक |
2001 |
सुगठित आकार का पौधा, बड़े आकर के सफेद बीज, उकठा प्रतिरोधी |
बीएसएमआर 853 |
कृषि अनुसंधान केंद्र, बदनापुर |
महाराष्ट्र |
2001 |
फैलावयुक्त, उकठा एवं नपुंसकता विषाणु रोग रोगरोधी |
एल आर जी 38 (रंगा बोल्ड) |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, लाम |
आंध्र प्रदेश |
2002 |
लम्बा, बैगनी एवं पीले रंग के फूल, भूरे और बड़े आकर के बीज |
जी टी 101 (ई) |
सरदार कृषि नगर दांतीवाडा कृषि विश्वविद्यालय, एस. के. नगर, गुजरात |
गुजरात |
2002 |
फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्वता तथा सफेद रंग के बीज |
एम ए 6 (एल) |
बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय, वाराणसी |
भारत का उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र |
2002 |
फैलावयुक्त, उकठा एवं नपुंसकता विषाणु रोग के प्रति रोगरोधी प्रजाति |
डब्लू आर पी (एम ल) |
कृषि अनुसंधान केंद्र, गुलबर्ग |
कर्नाटक |
2002 |
फैलावयुक्त, मध्यम अवधि में परिपक्व व उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
पूसा 992 (ई) |
भा.कृ.अनु.प.- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली |
भारत का उत्तर पश्चिम मैदानी क्षेत्र |
2002 |
अर्द्ध फैलावयुक्त, शीघ्र परिपक्व होने वाली प्रजाति, उपज लगभग 12-15 कु. प्रति हेक्टयर, अरहर-गेहू फसल प्रणाली के लिए उपयुक्त |
जी. ए. यू. टी 001 ई (बनास) |
सरदार कृषि नगर दांतीवाडा कृषि विश्वविद्यालय, एस. के. नगर, गुजरात |
गुजरात |
2003 |
अर्द्ध फैलावयुक्तपौधा, उकठा व फली बेधक के प्रति सहिष्णु |
बीडीएम 708 |
कृषि अनुसंधान केंद्र, बदनापुर |
महाराष्ट्र |
2004 |
उकठा एवं नपुंसकता विषाणु रोग के प्रति प्रतिरोधी प्रजाति |
सीओआरजी 9701 |
तमिलनाडु कृषि विश्व विद्यालय, कोयम्बटूर |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2004 |
अर्द्ध फैलावयुक्त, शीघ्र परिपक्वता, बीज आकार में बड़े उकठा रोग के प्रति सहिष्णु |
एन डी ए 98-1 (एन डी ए- 2) |
नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय, फ़ैज़ाबाद |
भारत का उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र |
2004 |
आकर में सुगठित पौधा, उकठा प्रतिरोधी प्रजाति |
जी सी 11-39 (ई) |
कृषि अनुसंधान केंद्र, गुलबर्ग |
कर्नाटक |
2004 |
आकर में सुगठित पौधा, शीघ्र परिपक्वता, उकठा रोग के प्रति सहिष्णु |
बी आर जी 1 (एम) |
कृषि विज्ञान विश्व विद्यालय, बंगलौर |
कर्नाटक |
2005 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधा, बड़े आकार के बीज |
एम ए एल 13 |
बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय, वाराणसी |
भारत का उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र |
2005 |
फैलावयुक्त पौधा, उकठा रोग, फली बेधक व नपुंसकता विषाणु रोग के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
जी टी एच 1(हाइब्रिड) |
सरदार कृषि नगर दांतीवाडा कृषि विश्वविद्यालय, एस. के. नगर, गुजरात |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2006 |
नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी प्रजाति तथा फली बेधक तथा उकठा रोग सहिष्णु प्रजाति |
वी बी एन (आर जी) 3 |
राष्ट्रीय दलहन अनुसंधान केंद्र , वम्बन |
तमिलनाडु |
2005 |
शीघ्र परिपक्व होने वाली प्रजाति (120-130 दिन), उपज लगभग 9-13 कु. प्रति हेक्टयर |
पूसा 991 |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली |
दिल्ली |
2005 |
शीघ्र परिपक्व होने वाली प्रजाति, अरहर-गेहू फसल प्रणाली के लिए उपयुक्त |
पी आर जी 158 |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, पालेम |
आंध्र प्रदेश |
2006 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधा, 150-160 दिनों में परिपक्वा, उपज लगभग 16-18 कु. प्रति हेक्टयर तथा उकठा रोग प्रतिरोधी |
एन डी ए 99-6 (एन डी ए- 3) |
नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय, फ़ैज़ाबाद |
भारत का उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र |
2006 |
अल्टरनेरिया झुलसा रोग प्रतिरोधी तथा अगेती रबी ऋतु में बुआई के लिए उपयुक्त प्रजाति |
एल आर जी 41 |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, लाम |
आंध्र प्रदेश |
2006 |
फैलावयुक्त पौधा, मध्यम अवधि में परिपक्व (180 दिन) व फली बेधक रोग के प्रति सहिष्णु |
जे. के. एम 189 |
खरगांव |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2006 |
सूखा तथा उकठा रोग, तना अंगमारी एवं नपुंसकता विषाणु रोग के प्रति सहिष्णु |
विपुला |
महात्मा फूले कृषि विद्यापीठ, राहुरी |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2006 |
नपुंसकता विषाणु रोग के प्रति मध्यम सहिष्णु, उकठा रोग प्रतिरोधी |
पूसा 2001 |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली |
दिल्ली |
2006 |
अगेती, पूर्व मानसून दशाओं में बुआई के लिए उपयुक्त, नपुंसकता विषाणु रोग, उकठा रोग तथा तना अंगमारी रोग के प्रति सहिष्णु |
वी एल ए 1 |
अंतरष्ट्रीय अर्ध शुष्क उष्ण कटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान , हैदराबाद |
उत्तराखंड |
2006 |
शीघ्र परिपक्वता तथा अर्द्ध फैलावयुक्त युक्त पौधे |
टी टी 401 |
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, ट्रोम्बे |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2007 |
शीघ्र परिपक्वता, अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
पी ए यू 881 |
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना |
पंजाब |
2007 |
शीघ्र परिपक्वता तथा अर्द्ध फैलावयुक्त, अरहर-गेहू फसल प्रणाली के लिए उपयुक्त |
पूसा 2002 |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली |
दिल्ली |
2007 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्वता तथा अरहर-गेहू फसल प्रणाली के लिए उपयुक्त |
जी टी 102 |
नवसारी |
गुजरात |
2007 |
फैलावयुक्त पौधे, सफेद रंग के बीज, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, फलीबेधक कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति एवं उपज लगभग 15-16 कु. प्रति हेक्टयर |
टी जे टी 501 |
बी. ए. आर. सी., खरगोने |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2008 |
फैलावयुक्त, मध्यम अगेती, उपज लगभग 15-16 कु. प्रति हेक्टयर, फलीबेधक व फल मक्खी कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति, नपुंसकता विषाणु तथा उकठा रोग प्रतिरोधी |
पी ए 291 |
गोविन्द वल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर |
उत्तराखंड |
2008 |
तना अंगमारी रोग तथा फलीबेधक कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
बी आर जी 2 |
कृषि विज्ञान विश्व विद्यालय बंगलौर |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2009 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, फली हरी व बीज बड़े, मध्यम अवधि में परिपक्व होने वाली प्रजाति, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी |
डब्लू आर जी 53 |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, वारंगल |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2009 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे और फलीबेधक कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
टी एस 3आर |
कृषि अनुसंधान केंद्र, गुलबर्गा |
कर्नाटक |
2010 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, लगभग 150-160 दिनों में परिपक्व, सफेद रंग का बीज, आकार बड़ा तथा बीज भार 10.50 ग्राम, उकठा रोग प्रतिरोधी एवं उपज लगभग 12-16 कु. प्रति हेक्टयर |
आई सी पी एच 2671 |
आर. ए. के. कॉलेज, सेहोरे |
मध्य प्रदेश |
2013 |
मध्यम अवधि में परिपक्व होने वाली प्रजाति (180 दिन), नपुंसकता विषाणु तथा उकठा रोग सहिष्णु प्रजाति |
पी के वी, तारा |
पी. डी. के. वी., अकोला |
महाराष्ट्र |
2011 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, फलीबेधक व फली मक्खी कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
ए जी टी 2 |
आनंद एग्री. यूनी., मॉडल फार्म वड़ोदरा |
गुजरात |
2011 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, सफेद रंग का बीज, आकार बड़ा, मध्यम अवधि में परिपक्व होने वाली प्रजाति (175-180 दिन) एवं उपज लगभग 16 कु. प्रति हेक्टयर |
राजीव लोचन |
इंदिरा गाँधी कृषि विश्व विद्यालय, रायपुर |
छतीसगढ़ |
2011 |
नपुंसकता विषाणु तथा उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
डब्लू आर जी 65 |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, वारंगल |
आंध्र प्रदेश |
2012 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधा, उकठा रोग प्रतिरोधी तथा नपुंसकता विषाणु रोग सहिष्णु प्रजाति |
बी डी एन 711 |
कृषि अनुसंधान केंद्र, बदनापुर |
महाराष्ट्र |
2012 |
फैलावयुक्त पौधे, नपुंसकता विषाणु तथा उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
फुले टी 0012 |
महात्मा फूले कृषि विद्यापीठ, राहुरी |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2012 |
उकठा रोग तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी और फलीबेधक व फल मक्खी कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
आर जी टी-1 |
कृषि अनुसंधान केंद्र, तंदूर |
तेलंगाना |
2012 |
उच्च उपज तथा उकठा रोग प्रतिरोधी प्रतिरोधी, लगभग 150-160 दिनों में परिपक्व होने वाली प्रजाति, खरीफ तथा रबी ऋतु में बुआई के लिए उपयुक्त |
बी आर जी 4 |
कृषि विज्ञान विश्व विद्यालय, बंगलौर |
कर्नाटक |
2014 |
सामान्य व पछेती दशा में बुआई के लिए उपयुक्त |
आई पी ए 203 |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर |
भारत का उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र |
2014 |
नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, उकठा रोग सहिष्णु, बायोफोर्टिफिइड प्रजाति (आयरन तथा जस्ता तत्व युक्त, 100 ग्राम बीज में आयरन की मात्रा 87.1 पी पी एम व ज़िंक की मात्रा 30.8 पी पी एम) |
जी जे पी -1 |
गुजरात कृषि विश्व विद्यालय, जूनागढ़ |
गुजरात |
2015 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, सफ़ेद रंग एवं बड़े आकार का बीज, उकठा रोग तथा नपुंसकता विषाणु रोग के प्रति सहिष्णु तथा झुलसा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
पी आर जी 176 |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, पालेम |
तेलंगाना |
2015 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्वता (130-135 दिन), कम वर्षा तथा तेलंगाना की चलका मृदा वाले स्थानों के उपयुक्त |
आई सी पी एच 2740 |
अंतरष्ट्रीय अर्ध शुष्क उष्ण कटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान , हैदराबाद |
तेलंगाना |
2015 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, 180 से 185 दिनों में परिपक्व, नपुंसकता विषाणु तथा उकठा रोग प्रतिरोधी |
बी आर जी 5 |
कृषि विज्ञान विश्व विद्यालय, बंगलौर |
कर्नाटक |
2015 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, मध्यम परिपक्व (160-170 दिन), भूरे रंग का बीज तथा बीज भार 12.50 ग्राम/ 100 बीज),उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति और नपुंसकता विषाणु प्रतिरोधी प्रजाति |
एल आर जी 52 अमरावती |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, लाम |
आंध्र प्रदेश |
2015 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, गहरे बैगनी रंग की फलियाँ, भूरे रंग व बड़े आकार का बीज और उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
टी डी आर जी 4 |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, तंदूर |
तेलंगाना |
2015 |
फैलावयुक्त पौधे, 170 से 180 दिनों में परिपक्व, उकठा रोग तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी और फली बेधक रोग के प्रति उच्च सहिष्णु |
राजेंद्र अरहर -1 |
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्व विद्यालय, बिहार |
बिहार |
2015 |
खड़ा और सुगठित पौधा, लगभग 260 से 270 दिनों में परिपक्व, गहरा भूरा रंग और अंडाकार बीज, उपज लगभग 28 से 30 कु. प्रति हेक्टयर, और नपुंसकता विषाणु रोग तथा उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
पी ए यू 881 |
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना |
भारत का उत्तर पश्चिम मैदानी क्षेत्र |
2016 |
शीघ्र परिपक्वता, अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, अरहर-गेहूँ फसल प्रणाली के लिए उपयुक्त |
बी डी एन 716 |
कृषि अनुसंधान केंद्र, बदनापुर |
महाराष्ट्र |
2016 |
फैलावयुक्त पौधे, लगभग 160 से 165 दिनों में परिपक्वता, उकठा तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, बीजभार 12 ग्राम/ 100 ग्राम बीज |
जी आर जी 811 (धर्मराज) |
कृषि अनुसंधान केंद्र, गुलबर्गा |
कर्नाटक |
2016 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, , लगभग 165 दिनों में परिपक्व, भूरे रंग का बीज, उकठा रोग तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, बीज भार 10 ग्राम / 100 बीज, उपज 13 से 16 कु. प्रति हेक्टयर |
सी ओ आर जी 8 |
तमिनाडु कृषि विश्व विद्यालय, कोयम्बटूर |
तमिलनाडु |
2016 |
लगभग 170 से 180 दिनों में परिपक्व, बड़े आकार का बीज, बीज भार 11 ग्राम / 100 बीज, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी तथा हेलिकोवेर्पा आर्मिजेरा और मारुका विट्राटा कीटों के प्रति सहिष्णु |
जी एन पी-2 |
नवसारी कृषि विश्वविद्यालय, नवसारी |
गुजरात |
2016 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, मध्यम परिपक्व, उकठा तथा नपुंसकता विषाणु रोग सहिष्णु |
पूसा अरहर 16 (पी ए डी टी 16) |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली |
दिल्ली |
2018 |
खड़ा और सुगठित पौधा, शीघ्र परिपक्वता, लगभग 120 दिनों में परिपक्व तथा औसत उपज लगभग 10 कु. प्रति हेक्टयर से अधिक |
जी टी 103 |
सरदार दांतीवाडा कृषि विश्व विद्यालय, एस के नगर |
गुजरात |
2018 |
फैलावयुक्त पौधे, औसत उपज लगभग 15-16 कु. प्रति हेक्टयर, क्रीम रंग एवं बड़े आकार का बीज, लगभग 175 दिनों में परिपक्व, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी तथा उकठा रोग सहिष्णु प्रजाति |
बी आर जी 3 |
कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, बंगलौर |
कर्नाटक |
2018 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, लाल रंग के पुष्प, लगभग 160-170 दिनों में परिपक्व, नपुंसकता विषाणु तथा उकठा रोग प्रतिरोधी एवं औसत उपज लगभग 15-16 कु. प्रति हेक्टयर |
जी टी 104 |
नौसारी कृषि विश्व विद्यालय, नवसारी |
गुजरात |
2018 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, लंबी फली (5-7 बीज प्रति फली), क्रीम रंग तथा बड़े आकार के बीज, लगभग 160-170 दिनों में परिपक्व, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी प्रजाति एवं औसत उपज लगभग 18-20 कु. प्रति हेक्टयर |
सी आर जी 2012-25 |
तमिलनाडु कृषि विश्व विद्यालय, कोयम्बटूर |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2018 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, लगभग 170 दिनों में परिपक्व, औसत उपज लगभग 16-17 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु व उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
ए एल 882 |
पंजाब कृषि विश्व विद्यालय, लुधियाना |
पंजाब |
2019 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्वता, औसत उपज लगभग 10-12 कु. प्रति हेक्टयर , नपुंसकता विषाणु के लिए प्रतिरोधी. |
जी आर जी 152 (भीमा) |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, गुलबर्गा |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2019 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, लगभग 160-165 दिनों में परिपक्व, औसत उपज लगभग 18-20 कु. प्रति हेक्टयर, उकटा रोग प्रतिरोधी, तथा नपुंसकता विषाणु रोग सहिष्णु प्रजाति |
एम पी वी 106 (रानी ) |
महाबीज सीड कंपनी, महाराष्ट्र राज्य बीज निगम लिमिटेड |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2019 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, लगभग 165-175 दिनों में परिपक्व, नपुंसकता विषाणु रोग सहिष्णु व उकठा रोग प्रतिरोधी तथा औसत उपज लगभग 15-16 कु. प्रति हेक्टयर |
पंत अरहर 6 (पी ए 421) |
गोविन्द वल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय, पन्त नगर |
भारत का उत्तर पश्चिम मैदानी क्षेत्र |
2019
|
अर्द्ध फैलावयुक्त, लगभग 145-150 दिनों में परिपक्व, नपुंसकता विषाणु रोग व उकटा रोग के लिए प्रतिरोधी, उपज लगभग 15-16 कु. प्रति हेक्टयर |
डब्लू आर जी ई 93 (तेलंगाना काँड़ी) |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, वारंगल |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2019
|
शीघ्र परिपक्वता (लगभग 151-165दिनों में परिपक्व प्रजाति), अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, उकठा रोग प्रतिरोधी तथा नपुंसकता विषाणु रोग सहिष्णु तथा औसत उपज लगभग 15-16 कु. प्रति हेक्टयर |
आई पी एच 15-03 |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर |
भारत का उत्तर पश्चिम मैदानी क्षेत्र |
2019 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, लगभग 145-150 दिनों में परिपक्व प्रजाति, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, औसत उपज लगभग 15-16 कु. प्रति हेक्टयर |
पूसा अरहर 151 श्रीजीत |
भा.कृ.अनु.प.- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, पूसा बिहार |
भारत का उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (लगभग 250-260 दिन ), औसत उपज लगभग 25 कु. प्रति हेक्टयर तथा नपुंसकता विषाणु रोग तथा उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
राज विजया अरहर 19 |
कृषि महाविद्यालय, सिहोर |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
|
फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (175-180 दिन ), औसत उपज लगभग 18-19 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु तथा उकठा रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
आई पी ए 206 (गंगा) |
भा.कृ.अनु.प.- भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर |
उत्तर प्रदेश |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (240-250 दिन ), औसत उपज लगभग 20-22 कु. प्रति हेक्टयर नपुंसकता विषाणु तथा उकटा रोग के लिए प्रतिरोधी |
छत्तीसगढ़ अरहर 1 (आर पी एस 2007-10) |
इंदिरा गाँधी कृषि विज्ञान विश्व विद्यालय, रायपुर |
छतीसगढ़ |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (175-180 दिन), भूरे रंग का बीज, औसत उपज लगभग 17-18 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी तथा उकठा रोग सहिष्णु प्रजाति |
वारंगाल कांडी 1 (डब्लू आर जी ई 97) |
कृषि अनुसंधान संस्थान, वारंगाल |
तेलंगाना |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (175-180 दिन ), भूरे रंग का बीज, औसत उपज लगभग 17-18 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी तथा उकठा रोग सहिष्णु प्रजाति |
कृष्णा (एल आर जी 105 ) |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, लाम |
आंध्र प्रदेश |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (175-180 दिन ), भूरे रंग का बीज, औसत उपज लगभग 17-18 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी तथा उकठा रोग सहिष्णु प्रजाति |
तिरुपति कांडी 59 (टी आर जी 59) |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, तिरुपति |
आंध्र प्रदेश |
2020 |
फैलावयुक्त पौधे, लगभग 175-180 दिनों में परिपक्व, भूरे रंग का बीज, औसत उपज लगभग 16-17 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी तथा उकठा रोग सहिष्णु प्रजाति |
गुजरात तुर 5 (जी टी 105) |
नौसारी कृषि विश्व विद्यालय, नवसारी |
गुजरात |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (लगभग 175-180 दिन ) क्रीमी रंग का बीज, औसत उपज लगभग 17-18 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु रोगप्रतिरोधी प्रजाति |
एल आर जी 133-33 |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, लाम |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2020 |
फैलावयुक्त पौधे, भूरे रंग तथा बड़े आकार के बीज (बीज भार 10.20 ग्राम/ 100 बीज में), देर से परिपक्व प्रजाति, औसत उपज लगभग 16 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु तथा उकठा रोग प्रतिरोधी, फलीबेधक व फलीमक्खी कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
आई पी एच 09-5 |
भा.कृ.अनु.प.- भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर |
भारत का उत्तर पश्चिम मैदानी क्षेत्र |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्वता, भूरे रंग का बीज, औसत उपज लगभग 17-18 कु. प्रति हेक्टयर, बडे आकार का बीज (9.60 ग्राम/ 100 बीज ) नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, उकठा तथा फाइटोप्थोरा तना अंगमारी रोग सहिष्णु प्रजाति |
आई पी ए 15-2 |
भा.कृ.अनु.प.- भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर |
भारत का उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (लगभग 240-255 दिन ), औसत उपज लगभग 22-24 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु रोग तथा उकठा रोग तथा जड़ गाँठ सुत्रकृमि प्रतिरोधी प्रजाति |
डब्लू आर जी ई 121 |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, वारंगाल |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2020 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, बड़े आकार का बीज (बीज भार10.21 ग्राम/ 100 बीज में), परिपक्वता लगभग 175-180 दिन, औसत उपज लगभग 16-17 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु रोग तथा उकठा रोग तथा जड़ गाँठ सुत्रकृमि प्रतिरोधी |
के आर जी 33 |
कृषि अनुसंधान केंद्र, गुलबर्ग |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2021 |
फैलावयुक्त पौधे, बड़े आकार का बीज (बीज भार10.62 ग्राम/ 100 बीज), औसत उपज लगभग 20-21 कु. प्रति हेक्टयर, नपुंसकता विषाणु रोग तथा उकठा रोग प्रतिरोधी, फलीबेधक व फल मक्खी कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
पंत अरहर 7 |
गोविन्द वल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय, पन्त नगर |
उत्तराखंड |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्व प्रजाति, औसत उपज लगभग 13-15 कु / हेक्टयर, भूरे रंग का बीज तथा नपुसंकता विषाणु रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
पूसा 2017 -1 |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, नई दिल्ली |
दिल्ली |
2021 |
सुसंगठित पौधा, शीघ्र परिपक्व प्रजाति (लगभग 117-134 दिन), अरहर-गेहूँ फसल प्रणाली के लिए उपयुक्त |
पूसा 2018-2 |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, नई दिल्ली |
दिल्ली |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्व प्रजाति (लगभग 128-138 दिन) , अरहर-गेहूँ फसल प्रणाली के लिए उपयुक्त |
पूसा 2018-4 |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, नई दिल्ली |
भारत का उत्तर पश्चिम मैदानी क्षेत्र |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्व प्रजाति (लगभग 121-150 दिन) , उकठा तथा नपुसंकता विषाणु रोग प्रतिरोधी |
आई पी ए 15-06 |
भा.कृ.अनु.प.- भारतीय दलहन अनुसंधान संतान, कानपुर |
भारत का मध्य क्षेत्र |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, शीघ्र परिपक्वता (लगभग 145-150 दिन), बड़े आकार का बीज (9.9 ग्राम/ 100 बीज), उकठा रोग प्रतिरोधी, नपुंसकता विषाणु तथा तना अंगमारी रोग सहिष्णु प्रजाति |
टी डी आर जी 59 |
कृषि अनुसंधान संस्थान, तंदूर |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्वता (लगभग 170- 175 दिनों में), बड़े आकार का बीज (11-12 ग्राम), उकठा तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, फलीबेधक कीट सहिष्णु प्रजाति, उच्च प्रोटीन युक्त (22.60 %) |
पी टी 0723-1-2-3 (फुले दमयंती) |
महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ, राहुरी |
भारत का दक्षिणी क्षेत्र |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्वता (लगभग 172- 177 दिनों में) , उकठा तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, फलीबेधक कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
राजेंद्र अरहर-2 (डी ए 15-1) |
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्व विद्यालय, पूसा बिहार |
भारत का उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र |
2021 |
खड़ा और सुसंगठित पौधा, देर से परिपक्वता (लगभग 247-257 दिनों में परिपक्व), उकठा तथा नपुंसकता विषाणु प्रतिरोधी, तना अंगमारी तथा जड़ गाँठ व सिस्ट सूत्रकृमि प्रतिरोधी प्रजाति |
बी डी एन 2013-41 |
कृषि अनुसंधान केंद्र, बदनापुर |
महाराष्ट्र |
2021 |
फैलावयुक्त पौधे , शीघ्र परिपक्वता (160-165 दिनों), क्रीम रंग का बीज, उकठा तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी प्रजाति |
बिरसा अरहर 2 |
बिहार कृषि विश्व विद्यालय, रांची |
झारखंड |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (लगभग 172- 177 दिनों में) , उकठा तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी, फलीबेधक कीट के प्रति सहिष्णु प्रजाति |
सी जी अरहर 2 |
इंदिरा गाँधी कृषि विश्व विद्यालय, रायपुर |
छत्तीसगढ़ |
2021 |
खड़ा और सुसंगठित पौधा, देर से परिपक्व प्रजाति (लगभग 170- 180 दिनों में), उकठा रोग तथा तना अंगमारी रोग प्रतिरोधी, खरीफ वर्षा आधारित क्षेत्र तथा रबी सिंचित दशा में खेती के लिए उपयुक्त |
गुजरात तुर 106 |
आनंद कृषि विश्व विद्यालय, वड़ोदर |
गुजरात |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (लगभग 165-175 दिनों में), उकठा रोग तथा नपुंसकता विषाणु रोग प्रतिरोधी |
डब्लू आर जी 255 |
जेड ए आर एस, वारंगल |
तेलंगाना |
2021 |
फैलावयुक्त पौधे, देर से परिपक्व प्रजाति (लगभग 170- 180 दिनों में), उकठा रोग प्रतिरोधी, काली मृदा, खरीफ ऋतु व देर से बुआई के लिए उपयुक्त |
जी आर जी 152 (भीमा) |
क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, गुलबर्ग |
कर्नाटक |
2021 |
अर्द्ध फैलावयुक्त पौधे, लगभग 160-165 दिनों में परिपक्व, उपज लगभग 18-20 कु. प्रति हेक्टयर, उकठा रोग प्रतिरोधी तथा नपुंसकता विषाणु रोग के प्रति सहिष्णु प्रजाति |