चना की खेती प्राचीन काल से भारत में की जा रही है। इतिहास कारों एवं वैज्ञानिकों के अनुसार चना की उत्पत्ति के प्रमाण दक्षिण-पूर्वी टर्की (सीरियासे सटे क्षेत्र) में पाए गये हैं क्योंकि इस क्षेत्र में इस की निकटतम वन्य प्रजातियाँ प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। चना का वैज्ञानिक नाम ‘‘साइसर एरीटीनम’’ है एवं संकरण सुगमता के आधार पर ‘‘साइसर रेटीकुलेटम’’ को इस का निकटतम पूर्वज माना जाता है। भारत में चना के दोनों प्रकार-देशी (कत्थई से हल्का काला) तथा काबुली (सफ़ेद दाना) की खेती की जाती है। देशी चना की खेती परम्परागत रूप से देश के विभिन्न भागों में की जाती है जबकि काबुली चना की खेती का इतिहास नया है।