शीर्ष शाखायें तोड़ना (खुटाई)
जब चना के पौधे लगभग 20-25 से.मी. के हो जायें अर्थात् पौधों में फूल आने से पहले की अवस्था हो, तब शाखाओं के ऊपरी भाग तोड़ देना चाहिए। ऐसा करने से पौधों में अधिक शाखायें निकलती हैं। फलस्वरुप काबुली चना की उपज में वृद्धि होती है। शीर्ष शाखायें तोड़ने की प्रक्रिया असिंचित क्षेत्रों में नही की जाती है, क्यांकि अत्यधिक शाखाओं और पत्तियों के होने से वाष्पीकरण बढ़ जाता है, जिससे भूमि में नमी की कमी हो जाती है तथा फसल को सूखे की स्थिति का सामना करना पड़ता है। जिसके फलस्वरुप उत्पादन में कमी आ जाती है।