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खरपातवार प्रबंधन

खरपतवार प्रबंधन 
अरहर की फसल की बढवार शुरु में कम होती है और प्रथम 60 दिनों में खेत में खरपतवार की मौजूदगी फसल उत्पादकता के लिए नुकसानदायक होती है। अतः बुवाई के एक महीने के अन्दर एक निकाई आवश्यक होती है एवं द्वितीय 45-60 दिन बाद। इससे खरपतवारों के प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ मृदा में हवा के संचार में वृद्धि होने से फसल एवं सह-जीवाणुओं की वृद्धि हेतु अनुकूल वातावरण तैयार होता है। खरपतवारों की समस्या से निपटने के लिए बुआई के तुरन्त बाद 3.30 लीटर पेण्डीमिथालिन (स्टाम्प 30 ई.सी.) को 600 -800 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करना चाहिए। ध्यान रहे कि बुवाई से 36 घंटे के अंदर खरपतवारनाशी का छिड़काव अवश्य हो जाना चाहिए। इसके साथ ही बुवाई के 15-20 दिन बाद शाकनाशी इमजेथापायर का 100 ग्राम/हे की दर से प्रयोग कर सभी खरपतवारों को नियंत्रित कर सकते हैं ।