मसूर की खेती विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में हिमालय की तराई से मध्य भारत तक तथा उत्तर पश्चिम और उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्रों में होती है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और झारखण्ड, मसूर के मुख्य उत्पादन प्रदेश हैं। भारत में मसूर की खेती मुख्यतः असिंचित क्षेत्रों में कम लागत की फसल के रुप में की जाती है। मसूर की फसल सूखा सहने की क्षमता रखती है इसलिए भारत के पूर्वी तथा मध्य भाग के बरानी क्षेत्रों में इसकी खेती अत्यन्त प्रचलित है। उत्तरी मैदानी क्षेत्रों तथा निचले पहाड़ी क्षेत्रों में जहॉ जाड़ा अधिक पड़ता है पाले के प्रति इस फसल में सहिष्णुता के कारण इसकी खेती अत्यन्त सफल हो रही है।