बीज शोधन
रोगों से बचाव तथा अच्छी उपज प्राप्त करने हेतु बीजों को सबसे पहले सर्वांगी कवकनाशी रसायन से और इसके बाद राइजोबियम कल्चर से उपचारित करना चाहिए। इसके लिये प्रति कि.ग्रा. बीज को 2 ग्राम थीरम तथा 1 ग्राम कार्बेन्डाजिम से शोधित करने के उपरान्त राइजोबियम कल्चर से उपचारित करना चाहिए। उपचार हेतु 100 ग्रा. गुड़ एवं 2 ग्रा. गोद को एक लीटर पानी में मिलाकर गर्म कर लेना चाहिए। तत्पश्चात् इसे ठण्डा करके एक पैकेट 250 ग्राम राइजोबियम मिलाकर (10 कि.ग्रा. बीज हेतु) बीजों को उपचारित करना चाहिए। उपचारित बीजों को छाया में 2-3 घण्टे ही सुखाना चाहिए बुवाई के समय बीज डालने से सल्फर धूल का प्रयोग किया जाना चाहिए। बीज को रइजोबियम से शोधित करने से पौधे की जड़ो में गॉठे अधिक बनती है जिससे लगभग 10-15 प्रतिशत उपज में वृद्वि दंखी गयी है। एंव अगली फसल में नाइट्रोजन उर्वरक की कम मात्रा की आवश्यकता पड़ती है। ग्रीष्म ऋतु में यह शोधन अत्यन्त महत्वपूर्ण हो जाता है क्योकि इस मौसम में मृदा सुक्ष्म जीवाणुओं की संख्या अपेक्षाकृत कम हो जाती है। इसी प्रकार फॉस्फेट घुलनशील वैक्टीरिया (पी.एस.बी.) से बीज का शोधन भी लाभदायक होता है।